रुद्राक्ष को अभिमंत्रित कैसे करें?
- सबसे उत्तम तरीका है आपके नजदीकी महादेव के मंदिर जाकर पुजारी को दीजिए और उन्हें बोलिए की महादेव जी को अर्पण करके दे। फिर आप उसे जप या धारण के लिए उपयोग में ले सकते हैं।
- यदि आपके नजदीक महादेव जी का मंदिर नही है तो घर पर ही शिवजी के फोटो के सामने या शिवलिंग को स्पर्श करते हुए एक साफ पवित्र थाली या पात्र में रखके ‘नमः शिवाय’ या शिव गायत्री ‘तत्पुरुषाय विदमहे महादेवाय धीमहि तन्नो रूद्र: प्रचोदयात।।’ का जप करते हुए उसपर गंगा जल, दूध या सादे जल आदि से धारा करें। और पुष्प और पूर्ण चावल के दानों से पूजा करें।
- अंत में पुनः अच्छे से शुद्ध पानी से धोकर फिर माला को अच्छे से पोंछ कर उसे धारण या जप करें।
- जप की माला को गौमुखी के अंदर या किसी कपड़े से ढंक कर ही रखें और जप भी ढंक कर ही करें।
- जिस माला से जप कर रहे हो उसको धारण न करें। जिसे धारण करते हो उससे जप न करें।
कब अभिमंत्रित करें?
- महाशिवरात्रि के दिन।
- श्रावण में किसी भी दिन।
- या फिर प्रदोष व्रत के दिन। जो महीने में दो बार आता है।
- या फिर किसी भी सोमवार को सुबह ब्रह्म मुहूर्त से प्रातः काल तक।
कब न पहने?
- बाथरूम या टॉयलेट आदि में न पहने। बाहर निकाल दें।
- स्त्रियां पीरियड्स में न पहने।
- सहवास के समय न पहने।
- यदि आप अभी भी मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि खा रहे हो तो धारण न करें। ऐसे में नीम की माला पर जप करें।
- गंदे या अपवित्र हाथों से न छुएं।